मंदिर का इतिहास
श्री बालाजी धाम हांसी राधिका धागा फैक्ट्री के निकट, नन्द नगर, हांसी,जिला हिसार( हरियाणा) में , स्थापित है । इस धाम की स्थापना धाम के श्रद्धेय महंत डॉ. दिनेश कुमार जी महाराज के सान्निध्य में विश्व विख्यात स्वयंभू श्री बालाजी धाम , मेहंदीपुर (राजस्थान )से लायी गयी दिव्य ज्योति के साथ विधिवत रूप से हुई ,जहाँ दिव्य ज्योति निरंतर प्रज्वलित है । धाम अभी निर्माणाधीन है। धाम में हर महीने की चांदनी/ शुक्ल (एकादशी, द्वादशी,त्रयोदशी,चौदस व पूर्णिमा ) पांच दिवसीय दिव्य दरबार लगता है जिसमे मनुष्य के सभी दैहिक ,दैविक एवं भौतिक संकटों व तापों का स्थायी निवारण / समाधान किया जाता है । दरबार में श्री बालाजी महाराज, श्री भैरव कोतवाल , श्री प्रेतराज सरकार की अनुकम्पा से सिद्ध गुरु श्री गणेशपुरी जी महाराज व भक्त श्री छाजूराम जी के आदेशानुसार महंत डॉ. श्री दिनेश कुमार जी सनातन धर्म पद्धति के अनुसार कष्टो का स्थायी तौर पर निवारण करते हैं । धाम की विलक्षण विशेषता यह है कि दिव्य अदालत में आने वाले भक्त को अपने कष्ट/संकट व मनोकामना के विषय को श्री बालाजी महाराज के अलावा किसी को भी नही बताना होता है बल्कि महंत जी खुद चमत्कारिक रूप से भक्तों को श्री बालाजी महाराज के सन्मुख बुलाते है और उनके कष्ट/मनोकामना का विषय क्या है, स्वयं अपने मुख से बताते हैं और उनके कष्टों का कारण / दोष व उन कारणों / दोषों का निवारण पर्चे पर लिखकर उन्हें देतें हैं । महन्त जी का उद्देश्य जीवमात्र को सनातन धर्म के अनुसार जीने एवं सुखी व भक्तिमय बनाना है । धाम पर ये सब सेवाएं निःस्वार्थ दी जाती है।
हम जो हैं?
श्री बालाजी धाम हांसी
महंत श्री दिनेश कुमार जी महाराज
आपका जन्म हरियाणा में एक किसान के घर हुआ। आपके पिताजी श्री राम किशन जी व माता श्रीमती बिमला देवी जी हैं। आपने अपनी प्राथमिक शिक्षा नवोदय विद्यालय से ग्रहण की। उसके उपरांत आपने अपनी उच्चतर शिक्षा स्नातक महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक व स्नातकोत्तर गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार (हरियाणा )से प्राप्त की । तत्पश्चात विद्यावाचस्पति (पी०एच०डी० रसायन शास्त्र) की डिग्री प्राप्त की। उसके पश्चात् आपने केंद्र सरकार में अधिकारी के पद पर देश की सेवा की लेकिन आपके गुरू की आज्ञा थी की कुछ भी हो जाए सेवा नहीं छोड़नी हैं अत: आपने गुरू के वचन को मानते हुए स्वयं सरकारी नौकरी से त्याग पत्र दे कर भगवान की सेवा में अपने आप को समर्पित कर दिया।
सेवाएँ
वर्तमान में ट्रस्ट के द्वारा जनमानस को यथा संभव निम्नलिखित सेवाएं प्रदान की जा रहीं हैं